पाली महोत्सव के पहले दिन छत्तीसगढ़ी गायक सुनील सोनी व मैथिली ठाकुर ने दी मनमोहक प्रस्तुति
स्थानीय कलाकारों ने भी किया कला का प्रदर्शन


कोरबा। पाली महोत्सव के पहले दिन प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गायक सुनील सोनी ने अपने साथी कलाकारों के साथ छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति से संबंधित एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किए और लोगों का मन मोह लिया। उन्होंने महादेव की आराधना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। छत्तीसगढ़ी गीत छईयां भुइंया, झन भूलो मां बाप ला,
मीठ मीठ लागे मया के बानी, छूनुर छूनुर पैरी बाजे.. हमर पारा तुंहर पारा, हाय रे सरगुजा नाचे जैसे छत्तीसगढ़ी गीतों से समा बांधा।
स्थानीय कलाकर अनीस ने भी अपनी टीम के साथ आकर्षक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। नागेश राठौर व कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय पाली की छात्राओं द्वारा शिव स्तुति व विघ्न विनाशक गणेश की स्तुति वंदन देखकर दर्शक आनंदित हुए। कार्यक्रम में कलाकारों की आकर्षक प्रस्तुति से दर्शकगण खूब झूमे। शास्त्रीय गायन व भजन गायिका मैथिली ठाकुर ने मनमोहक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। उन्होंने कभी राम बनके, कभी श्याम बनके, राजगीत अरपा पैरी की धार,..सहित राम व कृष्ण के भजनों की प्रस्तुति दी। अन्य स्थानीय कलाकारों द्वारा भी विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई।